बोंदर परिवार में गोसेवा से ठीक हुआ था कैंसर
हलधर किसान खरगोन। हिंदू धर्म (Hindu Religion) में गाय को पूज्यनीय माना गया है. कहा जाता है कि बड़े से बड़े कष्ट सिर्फ गौमाता के पूजन से कट जाते हैं क्योंकि गाय में 33 कोटि देवी देवताओं का वास माना गया है. गाय की सेवा से सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं, साथ ही परिवार को सुख-समृद्धि (Prosperity) और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है.
अनोखी गोदभराई
अब तक आपने किसी महिला की गोद भराई रस्म के बारे में तो सुना होगा, लेकिन शहर का बोंदर महाजन परिवार अपने घर पर हुई अनोखी गोदभराई को लेकर चर्चाओं में है। बिरला मार्ग निवासी महाजन परिवार ने बुधवार को सनातन रीति- रिवाज के साथ अपने घर पलने वाली गाय की गोदभराई रस्म कि। इस अनोखी गोद भराई की रस्म में न केवल बोंदर परिवार बल्कि रिश्तेदार भी उत्साह के साथ शामिल हुए। परिवार ने गाय का नाम जंबो रखा है, जिसे अच्छे से सजाया गया था और उसकी गोद भराई भी वैसे ही की गई जैसी महिलाओं की होती है।
परिवार की बरखा महाजन ने बताया कि वह जंबो जो महज एक वर्ष की थी जब अपने मायके से ससुराल लेकर आई थी, तब से उसे सेवा कर रही है, अब उसके गर्भवती होने पर बेटी की तरह सारी रस्में निभाई गई। उसे श्रंगारित करने के साथ ही पंडित की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के साथ पूजा कि गई। निलेश महाजन ने बताया आयोजन में रिश्तेदार शामिल हुए, बरखा के मायके पक्ष सत्यनारायण नीमा परिवार मामेरा लेकर आए थे। समाज की महिलाओं ने मंगल गीत गाए। रितेश ने बताया कि परिवार में करीब 8 गाय, केडी और केडे है।
गायों के प्रति प्रेम के कारण गाय की गोद भराई की रस्म की। पूर्व में हमारी दादी श्रीमति पद्मा महाजन केंसर पीडि़त थी, जिन्होंने गौसेवा की, नियमित रुप से गौमुत्र का सेवन किया, गाय के साथ ही समय बिताया, जिसके कारण वह पूर्णरुप से स्वस्थ है। इससे परिवार में गायों के प्रति आस्था और बढ़ गई। परिवार में गायों को परिवार के हिस्से की तरह रखा जाता है।
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