हलधर किसान अजमेर। इन दिनों मची शादियों सहित मांगलिक कार्यक्रमों की धूम पर जल्द ही रोक लगने वाली है। 15 दिसंबर से आगामी एक माह तक खरमास (मलमास) लग रहा है जो 14 जनवरी तक रहेगा। सनातन धर्म में मान्यता है कि खरमास के दौरान कोई मांगलिक कार्य नही किया जाता। इसके चलते बैंड- बाजा और बारात पर विराम लगेगा।
ज्योतिषाचार्य सुदीप सोनी (जैन )ने बताया पंचांग के अनुसार खरमास में शादी.विवाह, गृह प्रवेश, सगाई, मुंडन, उपनयन संस्कार पर नही होते। पंचांग के अनुसार 15 दिसंबर की रात 10.19 पर सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसके साथ ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी। यह खरमास सूर्य देव के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करने के बाद ही खत्म होगा।
इस साल के अंतिम दो मुहुर्त याने 14 और 15 वैवाहिक मुहूर्त बनेंगे, इसके बाद नए साल में 14 जनवरी को खरमास खत्म होगा, लेकिन वैवाहिक तिथि का मुहूर्त 16 जनवरी से शुरू होंगे। ज्योतिषाचार्य सोनी के अनुसार जब गुरु की राशि धनु में सूर्य आते हैं, तब खरमास का योग बनता है। वर्ष में दो मलमास लगते हैं, जिनमें पहला धनुर्मास और दूसरा मीन मास आता है। यह स्थिति मकर संक्रांति तक रहती है।
नए साल में रहेगी मुहूर्त की धूम
नए साल के शुरुआत महीने में शादी.विवाह के जबरदस्त मुहूर्त है। इसको लेकर मैरेज हॉल से लेकर टेंट, पंडित, कैटरर और बैंड बाजे की बुकिंग काफी तेज है। नए साल में 16,18 , 19, 21, 22 व 30 जनवरी को मुहुर्त है, जबकि फरवरी में 3, 4, 6, 7,14, 15, 18, 20, 21 और 25 फरवरी को मुर्हुर्त है।