हलधर किसान, धर्म (अजमेर)। भगवान शिव की आराधना के माह सावन की शुरुआत होने वाली है। इस बार सावन का महीने काफी खास रहने वाला है। कई सालों बाद ऐसा हो रहा है कि सावन के महीने में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। सावन महीने की शुरुआत और समापन दोनों ही सोमवार को है। सावन में इस बार दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। वहीं सावन के महीने में ग्रह नक्षत्र एवं योगों का कई तरह का शुभ संयोग भी बनने वाला है। 22 जुलाई से शुरु हो रहे सावन मास में आराधना के लिए जहां शिव भक्तों में उत्साह का माहौल है। सावन मास के पहले शिवालयों में रंग-रोगन के साथ सजावट शुरु हो गई है।
ज्योतिषार्चाय डॉ. सुदीप जैन सोनी अजमेर के अनुसार हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। समापन 19 अगस्त को होगा। इस तरह से सावन के महीना पूरे 29 दिनों का होगा। इस बार सावन में खास यह है कि शुरुआत पहले सोमवार से हो रही है और समापन भी सोमवार को ही होगी। सावन के महीने में ग्रह, नक्षत्र एवं योगों का कई तरह का शुभ संयोग भी बनने वाला है। सावन के पहले सोमवार पर प्रीति, आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग बनेगा। शुक्रादित्य, बुधादित्य, नवपंचम, गजकेसरी, कुबेर और शश जैसे राजयोगों का निर्माण होगा।
ज्योतिषार्चाय डॉ. सुदीप जैन सोनी अजमेर की मानें तो सावन प्रारंभ होने से पूर्व सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इससे राशिचक्र की सभी राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। इनमें 4 राशि के जातक अधिक लाभान्वित होंगे। इन 4 राशियों पर सावन महीने में सूर्य देव की विशेष कृपा बरसेगी। आइए जानते हैं-
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 16 जुलाई को सूर्य देव कर्क राशि में विराजमान होंगे। इस दौरान 19 जुलाई को पुष्य नक्षत्र में गोचर करेंगे। वहीं, 2 अगस्त को अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 16 अगस्त को मघा नक्षत्र में गोचर करेंगे। सूर्य देव 15 अगस्त तक कर्क राशि में रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 16 अगस्त को सिंह में प्रवेश करेंगे। कुल मिलाकर सावन महीने में सूर्य देव कर्क राशि में विराजमान रहेंगे।
वृषभ राशि
सावन का महीना वृषभ राशि के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है। इस राशि पर न केवल देवगुरु बृहस्पति की कृपा बरसेगी, बल्कि सूर्य देव की भी असीम कृपा बनी रहेगी। सूर्य देव एवं देवगुरु बृहस्पति की कृपा से वृषभ राशि के जातकों को सावन में मन मुताबिक सफलता मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। कारोबार में भी तरक्की देखने को मिल सकती है। सावन महीने में कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।
मिथुन राशि
कर्क राशि के गोचर के दौरान सूर्य देव मिथुन राशि के आय भाव में विराजमान होंगे। इस राशि के स्वामी ग्रहों के राजकुमार बुध देव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश हैं। बुध देव आत्मा के कारक सूर्य देव के मित्र ग्रह हैं। अतः सूर्य देव की कृपा मिथुन राशि के जातकों पर हमेशा बरसती है। सावन में मिथुन राशि के जातकों को धन लाभ हो सकता है। कारोबार को नया आयाम मिल सकता है। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। गंगाजल में साबुत मूंग मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
कन्या राशि
सूर्य देव राशि परिवर्तन के दौरान कन्या राशि के आय भाव में विराजमान होंगे। कन्या राशि के स्वामी बुध देव हैं और आराध्य भगवान गणेश हैं। आय भाव में सूर्य के गोचर से कन्या राशि के जातकों को सावन महीने में विशेष धन लाभ हो सकता है। रुके हुए सभी कार्य संपन्न होंगे। विशेषकर कारोबार से संबंधित हर कार्य में सफलता मिलेगी। निवेश करने के लिए पार्टनर भी मिल सकते हैं। सावन सोमवार पर गंगाजल या दूध में बेलपत्र मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
तुला राशि
तुला राशि के स्वामी शुक्र देव हैं और आराध्या जगत जननी मां पार्वती हैं। इस राशि पर भगवान शिव की असीम कृपा रहती है। सावन माह के दौरान सूर्य देव तुला राशि के करियर भाव में विराजमान रहेंगे। इस भाव के स्वामी शनिदेव होते हैं। शनिदेव और शुक्र देव के आराध्य भगवान शिव हैं। अतः सावन महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। कारोबार से जुड़े जातकों को नया काम मिल सकता है। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को प्रमोशन मिल सकता है। शुद्ध घी या शुद्ध दही से सावन सोमवार पर भगवान शिव का अभिषेक करें।