ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन ने कम मार्जिन सहित अन्य समस्याओं को लेकर लिखा था पत्र देशभर के 250 जिलों के जिलाध्यक्षों ने भी विभाग को भेजे थे पत्र
हलधर किसान. इंदौर। देशभर में लोडिंग. अनलोडिंग की बढ़ती कीमतों के बीच उर्वरको का मार्जिन बढ़ाने की मांग को लेकर ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनमोहन कलंत्री के चलाए मांगपत्र आंदोलन का असर हुआ है। श्री कलंत्री ने केंंद्रिय रसायन, उर्वरक मंत्रालय को पत्र लिखकर मार्जिन कम होने से उर्वरक बिक्री के व्यापार में हो रहे नुकसान से विभाग को अवगत कराते हुए इसके निराकरण की मांग की थी।
श्री कलंत्री ने बताया कि इस मांग को लेकर न केवल उन्होंने बल्कि देशभर के संगठन से जुड़े जिलाध्यक्षों ने उनके आह्वान पर इस मांग को आंदोलन बनाते हुए अपने- अपने जिला मुख्यालय से मांगपत्र विभाग को ई-मेल किए थे। जिस पर विभाग ने संज्ञान लिया है। भारत सरकार रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय उर्वरक विभाग के अवर सचिव ने सीएमडी/ एमडी सहित सभी यूरिया और पीएंडके निर्माता/ आयातक को पत्र लिखकर संगठन की मांग पर जवाब मांगा है। संगठन ने अपने पत्र में डीलर के मार्जिन, उर्वरकों की टैगिंग आदि जैसे विभिन्न मुद्दे उठाए थे। इसमें विभाग ने इन मुद्दों का जिक्र करते हुए उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणियाँ/ स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
एसोसिएशन ने इन मुद्दों पर कराया ध्यानाकृष्ट
विभाग की ओर से जारी पत्र में एसोसिएशन द्वारा उठाए गए मुद्दों जैसे कई कंपनियां for के माध्यम से खुदरा विक्रेताओं को यूरिया/ कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की आपूर्ति करती हैं। हालांकि, उर्वरक एक रेल पॉइंट पर दिया जाता है, जो नियम के अनुसार for के माध्यम से अंतिम डीलर तक पहुंचना चाहिए, बावजूद इसके कंपनियां शुल्क लेती है, जिसके चलते प्रति बैग परिवहन शुल्क के रूप में 40 रुपए अतिरिक्त चुकाना पड़ता है। इसके अलावा उर्वरक कंपनियाँ अन्य उर्वरकों/ उत्पादों पर डीएपी और यूरिया का टैग लगाकर दबाव डालती हैं, जो व्यापारियों के गोदामों में पड़ा रहता है, जिससे नुकसान होता है।
इन मुद्दों पर विभाग ने संबंधित कंपनी, सीएमडी, एमडी, निर्माता, आयातको से उनकी टिप्पणिया/ स्पष्टीकरण मांगा है। इसके लिए 7 अगस्त तक का समय निर्धारित किया गया है।
विभाग की पहल से जल्द हो समस्या का निदान
ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की देशभर के व्यापारियों को लेकर कि की गई पहल का असर हुआ है। यह संगठन की शक्ति के साथ ही व्यापारियों के हित में चलाए गए अभियान की जीत है। संगठन हमेशा जायज मांगों को लेकर जिले प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक मजबुती से अपनी बात रखता आया है ओर इसी का परिणाम रहा कि संगठन की बात को शासन- प्रशासन ने महत्व देते हुए उनके पक्ष में निर्णय लिए है। उर्वरक मार्जिन सहित अन्य मुद्दों पर कि गई मांग में भी उम्मीद है कि जल्द व्यापारियों के हित में विभाग ठोस निर्णय लेगा, जिससे आर्थिक रुप से कमजोर हो रहे व्यापार में राहत मिल सकेगी। – श्रीकृष्ण दुबे, जागरुक कृषि आदान विक्रेता संघ जिलाध्यक्ष, इंदौर
विभाग की पहल से सुलझेंगी समस्याएं
केंद्रिय रसायन एवं उर्वरक विभाग ने एसोसिएशन के मांगपत्रों पर संज्ञान लिया है जो सराहनीय है। विभाग के कृषि व्यापार हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर भेजे गए मांगपत्र पर जो प्रतिक्रिया स्वरुप कार्रवाई शुरु की है, उससे व्यापारियों का विभाग के प्रति विश्वास बढ़ा है और संभवतया इस गंभीर समस्या का विभाग की पहल से निराकरण भी होगा। – मनमोहन कलंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन
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