हलधर किसान अजमेर. इस बार अंग्रेजी कलेंडर के नए साल यानी 2025 की शुरुआत बुधवार को हुई है, इस कारण इसे बेहद शुभ माना जा रहा है, क्योंकि बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित रहता है। भगवान गणेश विघ्नहर्ता और संकटहर्ता और प्रथम पूज्य देव भी कहे जाते हैं। ऐसे में नए साल की शुरुआत लोगों ने भगवान श्री गणेश के दर्शन, पूजा- आराधना के साथ की।
वही ज्योतिषाचार्य सुदीप सोनी (जैन) के अनुसार साल 2025 के पहले दिन चंद्रमा और मंगल ग्रह के बीच समसप्तक योग से बन रहा है, जिससे साल के पहले दिन धन योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही आज पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है और इस दिन धन योग के साथ हर्षण योग और उत्तराषाढ़ नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा ह, जिससे आज के दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। इसके साथ ही उतराआषाढा नक्षत्र, शिववास, बालव और कौलव योग का भी निर्माण हो रहा है।
नई उम्मीदों के साथ लोगों ने नए साल का अपने- अपने तरीके से स्वागत किया। देररात 12 बजे से ही जहां आतिशबाजी कर लोगों ने नए साल का जश्न मनाया तो वही 1जनवरी की सुबह से ही शहर के के छोटे.बड़े मंदिरों में लोग दर्शन के लिए पहुंचे। नई उम्मीदों के साथ नए साल का स्वागत करने लोग सबसे पहले मंदिर पहुंचे। 2024 को भूलकर 2025 के जोरदार स्वागत का इससे बेहतरीन तरीका और हो भी नहीं सकता है।
युवाओं ने अपने तरीके से जोश व उमंग के साथ नए साल का स्वागत किया। नए साल के स्वागत को लेकर युवाओं ने पहले से तैयारी की थी। रात में 12 बजते ही हैप्पी न्यू ईयर की धूम मच गई। नए वर्ष पर बधाई संदेश देने का सिलसिला दिन.रात चला। हालांकि कई लोग चैत्र नवरात्र याने हिंदू पंचाग अनुसार नववर्ष मनाते है, जिन्होंने अंग्रेजी कैलेेंडर के नववर्ष से परहेज किया। लोगों ने सोशल मीडिया और फोन के माध्यम से बधाई संदेश भेजे।
नए साल में लोगों ने घूमने.फिरने का भी आनंद उठाया। कई लोग अपने परिचितो, रिश्तेदारो के यहां भी पहुंचे। पर्यटन स्थलों पर भी सैलानियों ने घूमकर सेल्फी ली और आनंद उठाया। 31 दिसंबर की लेट नाइट न्यू ईयर पार्टियों का मजा लोगों ने हो हल्ले के बजाय सादगी के साथ पूरे उत्साह से मनाया। सड़कों पर जहां कम ही आवाजाही रही वहीं कॉलोनी और मोहल्लों में रखी गई मिनी पार्टियों का उत्साह बरकरार रहा। ठीक 12 बजते ही नए साल का स्वागत सभी ने अपने.अपने ढंग से किया। आकाशीय आतिशबाजी से मानों आसमान रंगीन नजर आने लगा। वहीं प्रबुद्ध वर्ग ऐसा भी था जिन्होंने नए साल को बेहद शांतिपूर्ण और गुपचुप तरीके से मनाकर मिसाल कायम की।