हलधर किसान। जिले में कपास बुआई के विशेष किस्म के बीज के लिए परेशान हो रहे किसान के लिए कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने जरुरी सलाह जारी की है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुल्मी ने किसानों से अपील की है कि वे बीज बुआई में जल्दबाजी न करें, वर्तमान में तापमान बहुत अधिक है, ऐसे में बीज अंकुरण नही होगा, इसलिए तापमान 35 से 37 डिग्री होने पर ही बुआई करें। उन्होंने कहा एक विशेष किस्म के बीज की बुआई करने के बजाय जल्दी पकने वाले याने 130 से 140, मध्यम अवधि 150 से 160 एवं देरी से पकने वाली 180 से 210 दिन पकने वाली किस्मों की बुआई 25 मई से जून के पहले सप्ताह में जब तापमान कम हो जाए तब करें।
इसमें 25 जून के बाद देर से पकने वाली, जून के पहले सप्ताह में मध्यम और दूसरे सप्ताह में जल्दी पकने वाली बीटी कपास किस्म लगाएं। इन तीनों किस्मों को लगाने से यह फायदा होगा कि इनमें चुनाई आगे- पीछे आएगी जिसे उन्हें मजदूरों की उपलब्धता में समस्या नही होगी और उत्पादन भी बेहतर होगा।
बुआई के समय ऐसे करें प्रबंधन
डॉ. कुल्मी ने अपील की है कि किसान बुआई के दौरान 10 प्रतिशत अमोनियम सल्फेट (80 किग्रा) या युरिया (35 किग्रा), 50 प्रतिशत सिंगल सुपर फास्फेट (250किग्रा) एवं म्यूरेट ऑफ पोटाश (33.5 किग्रा), उर्वरक की मात्रा का उपयोग अवश्य करें, जिंक सल्फेट (25 किग्रा), गोबर खाद (5 टन प्रति हेक्टेयर) एवं नीम की खली (200 किग्रा/ हे.) की दर से उपयोग करने से अधिक उत्पादन होगा।