नियमों की आड़ में नापतौल विभाग के अफसरों की नहीं सहेंगे मनमानी: जिलाध्यक्ष श्री दुबे

व्यापारियों मे आक्रोश

हलधर किसान इंदौर। नापतौल विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली से आर्थिक राजधानी के रुप में पहचाने जाने वाले शहर के खाद. बीज के व्यापारी परेशान हैं। खरीफ सीजन के बीज नापतौल विभाग के अधिकारी लगातार दुकानों की सैंपलिंग कर रहे है, इतना ही नही बिना किसी सैंपल के प्रयोगशाला में जांच के ही अमानक बता रहे है,

जिससे लायसेंसी व्यापारियों में आक्रोश पनप रहा है। गत दिनों 11 दुकानों पर जांच के बाद कृषि आदान को अमानक बताने पर जागरुक कृषि आदान विक्रेता संघ ने आपत्ति जताई है। जिलाध्यक्ष श्रीकृष्णा दुबे ने विभाग के इस रवैये को लेकर बैठक आहुत की, जिसमें सभी व्यापारी शामिल हुए।

बैठक में अध्यक्ष दुबे ने कहा कि छोटी.छोटी गलतियों पर भी अधिकारी लाइसेंस निरस्त करने की धमकी देते हैं। इसे अब व्यापारी बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि व्यापारियों की कोई गलती हो तो उसे नोटिस देकर सुधार करने का मौका दिया जाना चाहिए। व्यापारियों ने कहा कि विभाग के कई अधिकारी बेवजह व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पहुंचकर नियमों का हवाला देकर धौंस जमाते हैं। यदि किसी भी व्यापारी को बेवजह परेशान किया गया तो सभी एकजुट होकर प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेंगे।

प्रतिबंधित उत्पाद न रखें न बेचें

बैठक में श्री दुबे ने बताया कि हम नियमों का पालन करने वाले व्यापारी है, वर्तमान में कृषि मंत्रालय के द्वारा जो मोनीकुल है जो टेक्निकल है या जो प्रोडक्ट है उनको बैन लगा दिया गया है। ऐसी उत्पाद की बिक्री या भंडारण कतई नहीं करें। जैसे डीडी वीपी, नुवान जैसे फोरेट और भी कई इस प्रकार के उत्पाद है जो मंत्रालय द्वारा शासन द्वारा बंद कर दिए गए हैं। हमें ऐसे प्रतिबंधित उत्पाद को तुरंत बंद कर देना चाहिए।

इस कार्रवाई का हो रहा विरोध

नापतौल विभाग द्वारा नकली और अमानक बीज प्रोडक्ट की जांच की जा रही है। इस जांच के दौरान प्रोडक्ट पर पैकिंग, वजन, पैकिंग दिनांक, एक्सपायरी, निर्माता का नाम, पता, ई-मेल, कांटेक्ट नंबर, मूल्य आदि देखा जा रहाहै। शहर के दो प्रतिष्ठानों पर इस तरह की जानकारी प्रकाशित नही होने पर विभाग ने 11 दुकानदारों के खिलाफ अमानक और नकली बीज बेचने का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है, जिस पर संगठन ने आपत्ति दर्ज कराई है। संगठन का कहना है कि वह विक्रेता है, कमियां पाई गई है तो सैंपलिंग कि जानी थी, प्रयोगशाला में प्रोडक्ट की जांच कराना थी।

व्यापारियों मे आक्रोश

नापतौल अधिकारी बिना जांच के कैसे इसे नकली और अमानक बता सकते है। यह कार्रवाई व्यापारियों को परेशान कर बदनाम करने जैसी है। इसके खिलाफ सभी व्यापारी एकजुट है। विभाग को सैंपल की जांच रिपोर्ट आने तक अमानक बताने का कोई अधिकार नही है।


ये खबर भी पढ़े :


बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी लायसेंसी व्यापारी नापतौल विभाग सहित कृषि आधिकारियों से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेंगे और हमारे जिन साथियों पर जल्दबाजी में प्रकरण बनाए गए है उसे निरस्त कराने की मांग की जाएगी।उक्त मीटिंग में व्यापारीआर आर गुप्ता, आशीष लाठी, चंद्र प्रकाश जैन, जितेंद्र जैन, निखिल जैन, पूनम हार्डिया, किशोर पुराणिक, महेश गुप्ता, अजय गुप्ता, सूरज गुप्ता, विनोद चौहान, गोपाल सांखला, अभिषेक दुबे, सुनील पाटीदार, विवेक वाणी, आशीष जैन, सुखराम पाटीदार उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *