बीज उद्योग बीज नियामक
हलधर किसान इंदौर। बीज कानून पाठशाला बीज कृषि का मुख्य आदान है। ‘यथा बीजम् तथा निष्पत्ति” जैसा बीजोगे वैसा उपजाओगे की धारणा बलवती करती है यानि अच्छा बीज बीजो, अच्छी उत्तम फसल लो। अतः सोचना होगा बीज कैसा हो और किस वर्ग का हो। बीज के दो वर्ग हैं. प्रमाणित जिसमें प्रमाणित आधार-1, प्रमाणित आधार-11 तथा रजिस्टर्ड प्रमाणित प्रमाणित 1 तथा प्रमाणित प्रमाणित 11 बीज आते हैं दूसरा वर्ग है लेबल बीज, जिसे हम आम भाषा में टी.एल., टी.एफ.एल. या सत्यरूप बीज कहते हैं। यद्यपि न्यूकलियस, ब्रीडर तथा टैस्ट स्टॉक, अनुवांशिक शुद्धता में श्रेष्ठ होते हैं परन्तु ये सब लेबल बीज की श्रेणी में आते हैं क्योंकि इन बीजों का प्रमाणीकरण नहीं होता बल्कि इनका बीज उत्पादन सीधे बीज जनक की देख-रेख में होता है।
(1) प्रमाणित बीज बनाम लेबल बीज :-
1. प्रमाणित बीज :-
प्रमाणित बीज वह बीज है जो राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा प्रमाणित किया जाता है, यह परिभाषा बीज नियम 1968 की धारा-2(e) के अनुसार है। इसी प्रकार भारतीय न्यूनतम बीज प्रमाणीकरण मानक-1988 तथा नवीनतम संस्करण-2013 के बिन्दु-V में बीज को परिभाषित किया गया है।
2. लेबल बीज :-
प्रमाणित बीज की तरह लेबल बीज की परिभाषा नहीं दी गई है बल्कि बीज अधिनियम-1966 की धारा-7 से निरूपित की जा सकती है। इस धारा में उल्लेख किया गया है कि जो पदार्थ बाजार में बीज कह कर बेचा जा रहा है वह 4 शर्तें पूरी करता हो जैसे:-
(a) उस बीज की किस्म की पहचान हो यानी रातों रात नाम रख कर किस्म बनाने की आदत से हट कर किस्म का वैज्ञानिक तरीके से विकास किया गया है।
(b) वह पदार्थ जो बीज के रूप में बिकता है वह IMSCS-2013 एवं बीज अधिनियम-1966 की धारा-6 के द्वारा निर्धारित मानक पूरे करता हो।
(c) ये मानक किसी लेबल या मार्का पर लिसा कर पात्र पर लगे हों।
3. लेबल बीज बेचने की आज्ञा नहीं :-
कई बार बीज विक्रेताओं के मनोमस्तिष्क में बीज कानूनी ज्ञान के अभाव में अपने आप विचार आते हैं कि कृषि विभाग टी.एल./टी.एफ.एल./ सत्यरूप बीज नहीं बेचने देता। पंजाब राज्य से ऐसी ही भ्रमित सूचनाएं आई परन्तु कृषि विभाग ने लेखक को आर.टी.आई. के माध्यम से बताया कि लेबल बीज रिसर्च किस्मों का बीज बेचने की कोई पाबन्दी नहीं है। हर राज्य में हर व्यक्त्ति विधि पूर्वक बीज उत्पादन कर लेबल बीज बेच सकता है।
8. समान मानक:-
वर्ष 2006 में भारत सरकार ने अधिसूचना जारी कर अधिसूचित एवं गैर अधिसूचित किस्मों के बीज के प्रमाणीकरण मानक समान कर दिए यानि फिल्ड तथा सीड स्टेण्डर्ड बराबर हैं। अतः लेबल सीड बनाने के लिए प्रमाणीकरण की पद्धति अपना कर बीज का व्यवसाय कर सकती है।
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:: लोकोक्ति::
अद्भुत है बीज का अंकुरण
स्वयं को होम कर, करता नया सृजन।
– सौजन्य से –
श्री संजय रघुवंशी, प्रदेश संगठन मंत्री, कृषि आदान विक्रेता संघ मप्र
श्री कृष्णा दुबे, अध्यक्ष, जागरुक कृषि आदान विक्रेता संघ इंदौर
लेखक– आर.बी. सिंह, एरिया मैनेजर (सेवा निवृत) नेशनल सीड्स कारपोरेशन लि० (भारत सरकार का संस्थान) सम्प्रति ई-70, कला निकेतन, विथिका संख्या-11, जवाहर नगर, हिसार-125001 (हरियाणा), दूरभाष सम्पर्क 94667-46625, Email: rbsinghiffdc@gmail.com