हलधर किसान। रबी सीजन 2024.25 में सिंचाई परियोजनाओं से किसानों को सिंचाई के लिए जल प्रदाय करने के संबंध में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में रबी सीजन में फसलों की सिंचाई को लेकर चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि रबी सीजन 2024.25 में जिले की 192 वृहद, मध्यम एवं लघु सिंचाई परियोजनाओं से 02 लाख 31 हजार 723 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। जबकि गतवर्ष 01 लाख 72 हजार 918 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की सिंचाई की गई थी। इस प्रकार इस वर्ष 53 हजार 711 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ गया है। इस वर्ष नर्मदा घाटी विकास परियोजना की योजनाओं से 01 लाख 78 हजार 12 हेक्टेयर क्षेत्र में एवं जल संसाधन विभाग के योजनाओं से 53 हजार 261 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। गतवर्ष नर्मदा घाटी विकास परियोजना से 01 लाख 21 हजार 37 हेक्टेयर एवं जल संसाधन विभाग की योजनाओं से 51 हजार 881 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की सिंचाई की गई थी।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में नर्मदा घाटी विकास परियोजना एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि रबी फसलों की सिंचाई के पूर्व नहरों एवं पाईप लाईन की अच्छी तरह से सफाई कर ली जाए। रबी फसलों की सिंचाई के दौरान सभी उपयंत्री अपने क्षेत्र में नियमित रूप से भ्रमण करते रहे और किसानों से सम्पर्क में रहे। उपयंत्रियों को निर्देशित किया गया कि वे प्रतिदिन के भ्रमण की रिपोर्ट जिला कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे। कलेक्टर श्री शर्मा ने जल उपभोक्ता संस्था के अध्यक्षों से कहा कि रबी फसलों की सिंचाई के लिए वे किसानों और प्रशासन के बीच समन्वय का काम करें। सिंचाई जल संरचनाओं को कहीं पर भी किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति नहरों एवं जल संरचनाओं को नुकसान पहुंचाया पाया जाएगा तो उसके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। सिंचाई के लिए 53 हजार 711 हेक्टेयर का रकबा बढ़ जाने से रबी फसलों के उत्पादन को मदद मिलेगी। सिंचाई का रकबा बढऩे से किसानों को सिंचाई के लिए भूमिगत जल का दोहन नहीं करना पड़ेगा और इससे भू.जल स्तर में कमी नहीं आयेगी।