हलधर किसान (ज्योतिष)। नवरात्र, दशहर के बाद अक्टूबर माह में महिलाओं की आस्था का सबसे बड़ा पर्व करवा चौथ आने वाला है। सुहाग से जुड़ा यह दिन हर सुहागिन महिला के लिए खास होता है। इस दिन पति की लंबी उम्र और तरक्की के लिए महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जिसका पारण चांद निकलने पर किया जाता है।
अजमेर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सुदीप जैन (सोनी)ने बताया कि पंचांग के अनुसार इस वर्ष करवा चौथ कार्तिक मास की चतुर्थी याने 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र और व्यतीपात योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही विष्टि, बव और बालव करण, शश, गजकेसरी, समसप्तक, बुधादित्य और महालक्ष्मी जैसे राजयोग रहेंगे। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा। इस दौरान राहुकाल का समय शाम 4.20 से 5.45 बजे तक है। वहीं अभिजित मुहूर्त सुबह.11.43.12.28 बजे तक रहेगा।
श्री सोनी ने छलनी से पति को देखने का कारण बताते हुए कहा कि मान्यता है कि छलनी में हजारों छेद होते हैं, जिससे चांद के दर्शन करने से छेदों की संख्या जितनी प्रतिबिंब दिखते हैं। अब छलनी से पति को देखते हैं तो पति की आयु भी उतनी ही गुना बढ़ जाती है, इसलिए करवा चौथ का व्रत करने के बाद चांद को देखने और पति को देखने के लिए छलनी प्रयोग किया जाता है, इसके बिना करवा चौथ अधूरा है। पंचांग के अनुसार इस बार करवा चौथ पर पूजा का समय 20 अक्तूबर शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा और शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहने वाला है। वहीं चंद्र उदय का समय शाम 7 बजकर 54 मिनट पर है।
सजी करवों की दुकानें
करवा चौथ को लेकर अब बाजार गुलजार होने लगे है, जिसके चलते अभी से बाजारों में चहल पहल बढऩे लगी हैं। करवा चौथ पर्व की खरीदारी को लेकर महिलाओं में भी काफी उत्साह भी देखा जा रहा है। बाजार में मौजूद कई तरह के सामान महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। सड़क किनारे रंग- बिरंगी छलनी, करवे के साथ ही सजावट के सामान की दुकानें सज गई है। त्यौहार पर संजने- संवरने के महत्व को देखते हुए आर्टिफिशियल ज्वेलरी के साथ ही कपड़े, चुडियों की दुकानों पर नई वैरायटी में सामान सजाया गया है। दुकानदार त्योहारी सीजन में बेहतर कारोबार रहने की उम्मीद जता रहे हैं।