अहमदाबाद की साइंस सिटी में शुरू हुआ वैश्विक मत्स्य सम्मेलन
हलधर किसान (मतस्य)। अहमदाबाद की साइंस सिटी में मंगलवार से वैश्विक मतस्य सम्मेलन भारत 2023 की शुरूआत हुई। केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि मत्स्य पालन देश में उभरते हुए क्षेत्रों में से प्रमुख है। आज भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक राष्ट्र है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का अंतरदेशीय मत्स्य पालन क्षेत्र तीन गुना विकसित हुआ है और उत्तर भारत में अंतरदेशीय मत्स्य पालन के क्षेत्र में विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं।
दो दिन के वैश्विक सम्मेलन में न केवल इस क्षेत्र की चुनौतियों पर चर्चा होगी, बल्कि इस क्षेत्र के विभिन्न हितधारकों को सतत् विकास और अच्छे भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए उचित राह भी दिखाई जाएगी।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के साथ मत्स्य पालन राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन और डॉ. संजीव कुमार बालियान तथा लगभग 10 देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, मत्स्य पालन संघों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि देशभर में गुजरात का तटीय क्षेत्र सबसे बड़ा है और यह राज्य मछली उत्पादन में अग्रणी है। इस राज्य की 17 प्रतिशत हिस्सेदारी है। श्री पटेल ने कहा कि समुद्र तटीय क्षेत्र अमृतकाल में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
कार्यक्रम में विश्व मत्स्य पालन पुरस्कार भी वितरित किए गए। गुजरात के अंतर्देशीय जलाशय लीजिंग पोर्टल का शुभारंभ भी हुआ। घोल मछली को गुजरात की राजकीय मछली घोषित किया गया।
साइंस सिटी में आज मत्स्य पालन और जलीय प्रौद्योगिकी से संबंधित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। बाद में मंत्री श्री रूपाला फ्रांस, नार्वे, आस्ट्रेलिया, रूस तथा खाद्य और कृषि संगठन जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ राउंड टेबल बैठकों में भाग लेंगे।