हलधर किसान। देशभर में पेट्रोल में 9.5 रुपये और डीजल में सात रुपये प्रति लीटर की कमी से आमजनों के साथ किसानों ने भी राहत महसूस की है। पिछले लंबे समय से पेट्रोलियम पदार्थों में बेतहाशा वृद्धि से जहां महंगाई आसमान छू रही थी वही खेती, किसानी पर भी इसका असर साफ दिखाई दे रहा था। आगामी खरीफ सीजन के लिए मशीनों के जरिये खेतों को सुधारने में जुटे थे, बढ़े दामो से उन्हें भी खेत तैयार करना महंगा पड़ रहा था लेकिन सरकार के वेट कम करने से दामो में आई गिरावट से कुछ हद तक राहत महसूस की है। किसानों का कहना है कि वर्तमान मेंखेती किसानी अब आधुनिक उपकरणों याने ट्रेक्टर, ट्राली, सिंचाई पम्प, थ्रेसर आदि का उपयोग होता है। ऐसे में बढ़े दामो के कारण इनका अतरिक्त खर्च जुड़ जाता है।
इस सीजन में खेती कों जुताई के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल होता है. ट्रैक्टर से जुताई के लिए किसानों को डीजल के दाम अब अधिक नहीं देने होंगे. इससे किसानों को बचत होगी. किसानो को बचत होगी तो कृषि लागत में कमी आएगी साथ ही उनकी कमाई भी बढ़ेगी. डीजल के दाम करने के सरकार के फैसले का किसान भी स्वागत कर रहे हैं.
गौरतलब है कि डीजल के बढ़े दाम के कारण आम जनता के साथ-साथ किसानों को भी काफी परेशानी हो रही थी, गर्मी के मौसम के बिजली नहीं रहने पर डीजल पंप का इस्तेमाल किसान कर रहे थे. किसानों को महंगां डीजल खरीदना पड़ रहा था. पर अब दाम कम होने के बाद किसानों के लिए सिंचाई का खर्च घट जाएगा. इससे किसानों को काफी राहत मिलेगी. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है. पेट्रोल में आठ रुपए प्रति लीटर और डीजल में 6 रुपए प्रति लीटर की कटौती घोषणा की थी. इसके बाद इनके दाम में कमी आयी है. एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद पेट्रोल के दाम 9.5 रुपए और डीजल के दाम में सात रुपए की कमी आयी है.