हलधर किसान खरगोन। एमएसपी सहित किसान ऋण मुक्ति को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे किसान आंदोलन को जिले में भी समर्थन मिल रहा है। सोमवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार को चुनावी घोषणा पत्र की याद दिलाते हुए इस पर अमल करने की मांग की। किसानों ने कृषि उपज मंडी में बैठक के बाद रैली के रुप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। यहां जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर की मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
महासंघ के गोपाल पाटीदार, किशोर पाटीदार, सीताराम इंगला आदि ने बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में लागत का 50 प्रतिशत लाभांष किसानों को देने का वादा किया था, जो सरकार बनने के बाद पूरा करना चाहिए। बावजूद इसके किसान आंदोलित है। किसान नेता जगदीप दल्लेवाल 40 दिन से आमरण अनशन कर रहे है। सरकार अगर किसान हितैषी है तो ऋण मुक्ति, एमएसपी पर गारंटी का कानून बनाकर किसानों का विश्वास हासिल करें।
यह है मांगें
पीएम के नाम सौंपे ज्ञापन में आयात एवं निर्यात नीति को दोषपूर्ण बताते हुए सुधार की मांग की है। 22 उद्योग पतियों के जिस तरह पंद्रह लाख इक्तालिस हजार करोड़ रुपए के ऋण माफ किए गए, उसकी तरह किसानों को भी कर्जमुक्त किया जाए। स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू कर किसानों को नए साल की सौगाल दें जैसी मांगें शामिल है।
प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री के नाम जिले में डीएपी एवं 12.32.16 की जगह दी जा रही अन्य उर्वरकों को अमानक बताते हुए इनकी जांच की मांग की। खेती में बढ़ती लागत को देखते हुए प्रति हेक्टेयर 5 लाख का कृषि ऋण दिया जाए, वर्ष 2023 में 60 किसानों से कपास उपज खरीदकर फरार हुए व्यापारी से 2 करोड इकसठ लाख रुपए की राशि वसूली के लिए संपति कुर्की की मांग की। स्थानीय स्तर पर कलेक्टर से खमलाय में इंदिरा सागर नहरों के बगैर साफ- सफाई किए पानी छोडन से हो रही परेशानी, महेश्वर के करही में अधिक दाम पर खाद बेचे जाने की शिकायत की है।