हलधर किसान। राजस्थान के किसानों के लिए राहत की खबर है। एमएसपी पर खरीफ जिंसों की खरीद के लिए केन्द्र को भेजे गए प्रस्ताव पर भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है।
अब प्रदेश में राजफैड की ओर से मूंग मूंगफली सहित अन्य जिंसों की खरीद संभवत: एक नवम्बर से शुरू होगी। साथ ही इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया 27 अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीद है। इस बार केन्द्र सरकार ने मूंग खरीद का लक्ष्य 27 हजार मीट्रिक टन कम कर दिया है, जिसका सबसे ज्यादा खमियाजा नागौर जिले के किसानों को भुगतना पड़ेगा।
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी किए गए अनुमति पत्र में एमएसपी पर मूंग सहित अन्य फसलों की खरीद का समय राज्य सरकार के स्तर पर तय किया जाना है।
इधर, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि राजफैड ने खरीद की गाइडलाइन पहले ही जारी कर दी थीए केवल केन्द्र सरकार की अनुमति का इंजजार किया जा रहा था। अब केन्द्र सरकार ने अनुमति के साथ लक्ष्य भी जारी कर दिया है, इसलिए 27 अक्टूबर से पंजीयन शुरू कर एक नवम्बर से खरीद शुरू की जाएगी। गौरतलब है कि इस बार जिले में मूंग की अगेती फसल होने के चलते सितम्बर के शुरू में ही मंडी में आवक शुरू हो गई।
मूंग की खरीद की अवधि 90 दिन की रहेगी। इस तरह यहां रीको इंडस्ट्रीज एरिया स्थित तिलम सिंगम संघ के केंद्र पर भी मूंग खरीदा जाएगा। वही इंडस्ट्रीज एरिया स्थित तिलम संघ के व्यवस्थापक जोगीराम रोज ने बताया कि खरीद को लेकर उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने के लिए किसानों को पहले अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। इसके लिए किसानों को अपने आसपास के किसी भी ई.मित्र सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। रजिस्ट्रेशन को लेकर सुबह 09 बजे से शाम 07 बजे तक साइट खुली रहेगी। वैसे तो किसानों को 05 दिन का समय मिलेगा, लेकिन जिस्ट्रेशन इससे पहले ही पूरा हो जाएगा।
सहकारी समिति के अंतर्गत चार केंद्रों पर खरीद होगी। पहला केंद्र मेड़ता के मेला मैदान स्थित फल सब्जी मंडी, दूसरा केंद्र पादू खुर्द और तीसरा केंद्र जारोड़ा रखा गया है।
मूंग की खरीद के लिए जारी गाइडलाइन
बीज भंडार ने किया किसानो का समाधान!
सहकारी समिति के मुख्य व्यस्थापक ने बताया कि उन्हें सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद करने को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है।