जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट
हलधर किसान इंदौर:- जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, बोरावा के प्रबंधन के 150 छात्रों एवं कॉलेज शिक्षकों के साथ देश की सर्वाेच्च चौथी वरीयता प्राप्त प्रबंध संस्थान भारतीय प्रबंध संस्थान (आई. आई. एम.) इंदौर का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य संस्थान के शैक्षणिक कार्यक्रमो, सुविधाओं, प्लेसमेंट और बुनियादी ढ़ाचे के बारे में जानना था । छात्रों को संस्थान के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति मिली और छात्रों के लिए इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया । छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ पाठ्येतर गतिविधियों पर भी अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया । विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब डॉ. आदित्य बिल्लोरे ने दिए । डॉ. आदित्य ने छात्रों से सवाल किये की बिज़नेस क्यों किया जाता है ? छात्रों से प्राप्त जवाबो में उन्होंने बिज़नेस के बारे में विस्तृत चर्चा की । उन्होंने कहा कि किस तरह बिज़नेस प्लान को उद्धेश्य और भविष्य दृष्टिकोण देखते हुये कार्य को करने के लिए मूल सिद्धांत बताये । एक आदर्श आर्गेनाइजेशन में एक आदर्श पालिसी होती है जिस पर अमल करके आर्गेनाइजेशन में लाभ प्राप्त किया जा सकता है । डिपार्टमेंटवाइज आपसी टकराव के कारण बिज़नेस में हानि होती है इसे भी आपसी समझ से या मैनेजमेंट या मेनेजर द्वारा हल किया जा सकता है । ताकि आर्गेनाइजेशन अपना लक्ष्य हासिल कर सके । छात्र द्वारा पूछे गए प्रश्न की एक फैमिली बिज़नेस मोजूद है तो भी हमें उच्च शिक्षा हासिल करना चाहिए या फिर अपना फैमिली बिज़नेस ही करना चाहिए । डॉ. आदित्य ने बताया की उच्च शिक्षा, फॉर्मल डिग्री या मैनेजमेंट की शिक्षा हासिल करना बहुत जरुरी है । ताकि आप अपने बिज़नेस में हो रहे उतार चढाव को माप सके एवं विवेक पूर्ण तरीके से उसका हल निकालकर अपना बिज़नेस बढ़ा सके । छात्रों को इस बात से भी अवगत कराया की सभी एक समान गुण वाले हो सकते है । लेकिन सभी में एक या एक से अधिक विशेष गुण दुसरो से अलग मौजूद होता है, जिसे हमें पहचान कर आगे बढ़ाना होगा । अपने आस पास होने वाले बदलाव को पहचान कर अपने आप को अपग्रेड करना होगा नहीं तो हम पीछे रह जाएगे । उन्होंने यह भी बताया कोई भी व्यवसाय एक व्यक्ति के काम करने से नही चल सकता है । व्यवसाय को सफल बनाने के लिए सभी को एक संगठन में कार्य करना होता है । प्रबधन के अध्धयन से व्यक्ति में संगठन के साथ काम करने कि लगन और चेतना जाग्रत होती है । विद्यार्थियों को प्रबंधन के क्षेत्र का महत्व और उसके बाद उनके जीवन में बदलाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई ।
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छात्रों को केस स्टडी बेस अध्धयन का महत्व भी समझाया गया
छात्रों को केस स्टडी बेस अध्धयन का महत्व भी समझाया गया, जिससे वह व्यवसाय की बड़ी से बड़ी समस्या को आसानी से हल कर सके और नवीन तथ्यों को जान सके । मारुती, महिंद्रा एवं नोकिया की केस स्टडी के बारे में भी बताया एवं संस्थान के शिक्षकों को भी रिसर्च के क्षेत्र में मार्गदर्शन दिया । जे.आई.टी.एम. बोरावा के छात्रों ने आई. आई. एम. इंदौर के छात्रो के साथ संवाद भी किया और उनसे अलग – अलग प्रबंधन संकायों की जानकारी ली तथा उनके पाठ्यक्रम, समय सारणी एवं दैनिक शेक्षणिक गतिविधियों के बारे में भी जाना । इसी के साथ छात्रों ने आई. आई. एम. इंदौर कि लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, मेस, हॉस्टल, क्लासरूम, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स एवं स्विमिंग पूल को भी देखकर उत्साहित हुए । कॉलेज के निदेशक डॉ. निशांत दुबे ने डॉ. आदित्य बिल्लोरे एवं विजय दादलानी को ह्रदय से धन्यवाद दिया, जिनकी वजह से विजिट संभव हो सकी । छात्रो से उम्मीद कि है की इस यात्रा से हमारे छात्रों को जो अद्वितीय ज्ञान और सूचना प्राप्त हुई है वह उन्हें प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रसर करेगा । इस विजिट में कॉलेज के शिक्षक प्रो. हर्षिता अग्रवाल, प्रो. रश्मीत भाटिया, प्रो. नेहा गुप्ता, प्रो. तेजल ठाकुर, प्रो. सुरजीत सिंह मंडलोई एवं प्रो. अमित गुप्ता भी उपस्थित थे ।