कृषि मेला:  किसानों ने जानी खेती- किसानी की नई तकनीकें, आधुनिक उपकरणों को देख खिले चेहरे 

Farmers learnt new techniques of farming faces lit up seeing modern equipment

सांसद एवं विधायक की मौजूदगी में शुरु हुआ दो दिवसीय कृषि मेला 

हलधर किसान खरगोन। शहर के सनावद रोड स्थित बलवाडी कृषि उपज मंडी में शनिवार दो दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। सांसद गजेंद्र पटेल एवं विधायक बालकृष्ण पाटीदार ने इसका शुभारंभ किया। इस मेले की खास बात यह है कि इसमें खेती करने के कई आधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गई । साथ ही किसानों को समझाया गया कि इनकी मदद से खेती करना आसान हो गया है।

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इस मेले में पहुंचे किसान काफी उत्साहित नजर आए। इसकी वजह है कि यहां वह हर चीज उन्हें सीखने और देखने को मिल रही है, जिसका उपयोग खेती और फसल उत्पादन में किया जाता है। वहीं, मेले में आए किसानों का कहना है कि कृषि मेले में उन्नत किस्म की मशीनें हैं, जिनका उपयोग खेती में करने से पैसे और समय दोनों की बचत हो सकती है। सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने मेले के शुभारंभ अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार किसान की आय दोगुनी करने के संकल्प को लेकर  किसानों के हित में कई योजनाएं बनाई गई है और उनका प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। देश का कृषि का बजट 10 लाख 50 हजार करोड़ रुपये कर दिया है। इसका लाभ हर किसान तक पहुंचेगा। विधायक बालकृृष्ण पाटीदार ने प्रदेश का किसान खुशहाल और समृद्ध बने इसके लिए सरकार लगातार किसानों के लिए फसल की तकनीकियों को आसान बना रही है। इनके प्रचार- प्रसार के लिए ही यह मेले आयोजित किए जा रहे है। 

श्रीमती नंदा ब्राह्म्णे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनुबाई तंवर, उपाध्यक्ष बापूसिंह परिहार, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती छाया जोशी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती संतोषी पंवार,  उप संचालक कृषि एसएस राजपूत, उप संचालक उद्यानिकी केके गिरवाल, सहायक संचालक प्रकाश ठाकुर, आत्मा परियोजना की डॉ. माला सोलंकी, कृषि वैज्ञानिक एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

 डाबरिया में लगेगी फूड प्रोसेसिंग यूनिट

कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने  बताया कि जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र है। यहां की 90 प्रतिशत कृषि भूमि सिंचित है। जिले में कृषि आधारित उद्यम लगाने के लिए जिला प्रशासन प्रयास कर रहा है। डाबरिया में 07 हेक्टेयर जमीन उद्योग विभाग को आवंटित की गई है। इस जमीन पर फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का प्रयास किया जाएगा। जिससे किसानों का लाभ होगा।

खेती में अपनाएं यह तकनी

कृषि वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र कुमार तांबे ने बताया कि कीट नियंत्रण के लिए कपास, ज्वार एवं तुवर के पौधों के बीच अमाड़ी के पौधे जरूर लगाएं। तुवर के अधिक उत्पादन के लिए धारवाड़ पद्धति को अपनाएं। इसके लिए तुवर के पौधों में कलियां आने पर उन्हें तोड़ दें, इससे कुछ समय बाद पौधे में अधिक संख्या में कलियां आती है और उत्पादन अधिक मिलता है। राजकोट गुजरात से आये कृषि वैज्ञानिक डॉ. नयन गोधविया ने भूमि में सूक्ष्म जीव प्रबंधन पर किसानों को ज्ञानवर्धक जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिक डॉ. त्यागी ने किसानों को कृषि की लागत कम करने के लिए उद्यानिकी फसलें लगाने का सुझाव दिया।

प्रदर्शनी में लगे 60 स्टॉल 

मेले में कृषि विभाग, उद्यान, स्वयं सहायता समूहों एवं कृषि आदान विक्रेताओं द्वारा 60 स्टॉल लगाएं गए हैं। इनमें  उन्नत कृषि उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।  कृषि मेले में पंचगंगा सीड्स प्राइवेट लिमिटेड संभाजी नगर के द्वारा स्टाल लगाकर किसानों को नई-नई वैरियटयों के बारे में जानकारी दी गई और जो लाइव सैंपल; प्याज; भिंडी के अन्य वैरियटयों  तुवर; मक्का के  किसानों को बताए गए और सभी किसानों ने पंचगंगा के बीजों के बारे में जानकारी हासिल की ।  कंपनी प्रतिनिधि भाइयों के द्वारा किसान भाइयों को अच्छी जानकारी उपलब्ध कराई गई ।

मेले में ड्रोन की सहायता से उर्वरक एवं कीटनाशक के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा नि:शुल्क पशु जांच एवं उपचार का काम भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग एवं आयुष विभाग द्वारा शिविर में आये किसानों के बीपी, केंसरए टीबी, आंखों की जांच, सिकलसेल जांच एवं अन्य बीमारियों की जांच कर नि:शुल्क दवाएं दी गई। शिविर में पात्र किसानों के आयुष्मान कार्ड भी बनवाएं गए।

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