हलधर किसान। देश को जिस पल का बेसब्री से इंतजार था, वो शनिवार को मप्र के कुनो नेशनल पार्क में निमिबिया से लाये चीतों के पहुचने पर समाप्त हुआ।. पीएम मोदी ने खुद अपने हाथों से नामीबिया से लाए गए चीतों को लीवर दबा कर बक्से से बाहर निकाला. चीतों के बाहर आने के बाद पीएम मोदी ने खुद कैमरे से इन स्पेशल मेहमानों की तस्वीर ली.।
अब इन्हें एक महीने तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा। चीते छोड़ने के बाद पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है। दशकों बाद हमारी धरती पर चीता लौट आया है। उन्होंने कहा कि ये हमारा दुर्भाग्य रहा कि हमने 1952 में चीतों को देश से विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ। उन्होंने लोगों से चीता देखने के लिए धैर्य रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। यहां से अनजान है। ये कूनो नेशनल पार्क को अपना घर बना सकें इसके लिए हमें थोड़ा समय देना होगा। पीएम ने लोगों से चीतों को कुछ समय देने की अपील की। उन्होंने कहा कि देशवासियों को कुछ महीने का धैर्य दिखाना होगा। इंतजार करना होगा। ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। यहां से अनजान है। ये कूनो नेशनल पार्क को अपना घर बना सके इसके लिए हमें इन्हें थोड़ा समय देना होगा। हमें अपने प्रयासों को विफल नहीं होने देना है। हमारे यहां बहुत से बच्चों को यह नहीं पता कि वो जिन चीतों के बारे में पढ़ रहे हैं वो पिछली शताब्दी में लुप्त हो चुके हैं। आने वाले वर्षों में बच्चों को इस विडंबना से नहीं गुजरना पड़ेगा। वो अपने देश के कूनो नेशनल पार्क में इन्हें दौड़ता हुआ देख पाएंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत हमें सुनहरे भविष्य का मौका देता है। चीते मानव मूल्यों से अवगत कराएंगे। हमारे वैज्ञानिकों ने साउथ अफ्रीका और नामीबिया के एक्सपर्ट के साथ मिलकर काम किया। पूरे देश में चीतों के लिए वैज्ञानिक सर्वे किया गया। आज हमारी वो मेहनत परिणाम के रूप में हमारे सामने है। जब प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण होता है तब हमारा विकास समृद्ध होता है। कूनो नेशनल पार्क में जब चीते दौड़ेंगे तो यहां का इकोसिस्टम बढ़ेगा। यहां टूरिज्म, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।पीएम ने बाड़े में छोड़े तीन चीते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में तीन चीतों को छोड़ दिया है। इसके बाद पीएम ने खुद चीतों की तस्वीरें लीं। नामीबिया से आए आठ चीतों क एक महीने तक में क्वारंटाइन रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

वन विभाग की टीम करेगी पेट्रोलिंग
चीता मित्र गांव-गांव घूमकर लोगों को चीते के बारे में जानकारी दे रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि अगर चीता नेशनल पार्क से बाहर निकल जाता है तो इस स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए। चीता मित्रों के अलावा वन विभाग की टीन पार्क की लगातार पेट्रोलिंग करेगी।

सीएम शिवराज ने किया पीएम मोदी का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान जब ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचे तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राज्यपाल ने एयरपोर्ट पर उका स्वागत किया।कूनो नेशनल पार्क में मौजूद पेड़-पौधे, घने जंगल और नेचुरल घास को चीतों के लिए काफी मुफीद माना जा रहा है। चीतों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इनके लिए आसपास के गांवों के 250 लोगों को चीता मित्र बनाया गया है।