सीसीआई अधिकारी बोले. खरीदी के बाद जिनिंग में वाहन खाली करने पर मिला हल्का कपास
हलधर किसान खरगोन। कपास मंडी में जिस किसान ने मंडी प्रबंधन सहित सीसीआई की खरीदी पर सवाल खड़े किए थे, उस किसान का कपास ही मंगलवार को खरीदी के बाद गुणवत्ताहीन साबित हुआ। सीसीआई ने मंडी में निलामी के दौरान खरीदी के बाद जब जिनिंग परिसर में खाली करने भेजा तो वाहन में उपरी जमा कपास हटने के बाद नीचे गुणवत्ताहीन कपास सामने आया, जिसके बाद दोबारा हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। किसान ने जहां कपास को सही ठहराया तो वही सीसीआई ने इसे तय पैरामीटर से कमजोर बताते हुए खरीदी निरस्त कर दी। जिसके बाद मंडी कर्मचारी भी जिनिंग पहुंचे।
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सीसीआई अधिकारी गणेश धसकट ने बताया कि मंगलवार को खरीदी के दौरान किसान जाकिर के वाहन के कपास की खरीदी भी की गई। वाहन में उपर जमा कपास की जांच के बाद खरीदी की गई थी, इसके बाद जब शाम को परिधि जिनिंग में कपास खाली कराया गया तो उपरी हिस्सा हटते ही बेहद हल्का कपास नजर आया। जिसके बाद खरीदी निरस्त कर दी गई।
किसान ने जिनिंग में भी किया हंगामा
मौके पर पहुंचे मंडी प्रभारी निरीक्षक रामचंद्र भास्करे, राजेश वर्मा, भुरा यादव आदि ने ने बताया जिनिंग में कपास की खराब क्वालिटी के चलते खरीदी निरस्त होने पर किसान ने सीसीआई अधिकारियों के साथ ही जिनिंग कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की। किसान अपनी उपज सीसीआई को ही बेचने का दबाव बना रहा था, जबकि कपास की गुणवत्ता सीसीआई के पैरामीटर अनुसार नही है।
किसान के वाहन में करीब 20 क्विंटल कपास था, जिसमें से करीब 4 क्विंटल कपास अच्छी क्वालिटी का था, बाकी बेहद हल्का कपास था, जिसे समर्थन मूल्य पर नही खरीदा जा सकता, इसलिए खरीदी निरस्त कर दी। उक्त किसान ने सोमवार को भी अपनी उपज बेचने का दबाव बनाने के लिए हंगामा करते हुए झूठे आरोप भी लगाए थे।- गणेश धनसट, सीसीआई अधिकारी।
रिपोर्टर – कांतिलाल कर्मा