हलधर किसान (यूपी)। उत्तर प्रदेश में समर्थन मूल्य पर सरकार ने अब तक 73 हजार 645 किसानों से सीधे 4.66 लाख टन धान की खरीद कर ली है। इस उपज के किसानों के खातों में 775.063 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं।
धान की खरीदी
खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू ने बताया कि धान के साथ सरकार कई जिलों में मोटा अनाज भी खरीद रही है। गुरुवार तक सरकारी क्रय केंद्रों के जरिए 1 लाख 41 हजार 849. 52 टन मोटा अनाज खरीदा जा चुका है।
सरकार ने किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने के उद्देश्य से खरीफ वर्ष 2023.24 में धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य कॉमन धान 2183 रुपये प्रति क्विंटल और धान ग्रेड.ए 2203 रुपये प्रति क्विंटल की निर्धारित दर से खरीद की जा रही है।
खाद्य आयुक्त ने बताया कि खरीद केन्द्रों पर किसानों को कोई असुविधा न हो, इसका पूरा.पूरा ध्यान रखते हुए खरीद की जा रही है।
अब तक पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद, बरेली, अलीगढ, आगरा, मेरठ, सहारनपुर, झांसी मंडल व लखनऊ मंडल के तीन जिलों हरदोई, खीरी और सीतापुर में एक अक्टूबर से धान की खरीद चल रही है।
वहीं रायबरेली, उन्नाव, लखनऊ के साथ अयोध्या मंडल के जिलों में भी 20 अक्टूबर से खरीद शुरू करवा दी गई थी। धान खरीद की सरकारी प्रक्रिया अगले साल 29 फरवरी 2024 तक चलेगी।
किसान इस रेट पर बेच सकेंगे धान
आपको बता दें कि वित्तीय वर्ष 2023.24 के लिए योगी सरकार किसानों से दो श्रेणियों की धान खरीदेगी। इसमें धान कॉमन को 2183 रुपये प्रति क्विंटल की दर से और ग्रेड ए को 2203 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा।
खाद्य एवं रसद विभाग किसानों से क्रय केंद्रों के माध्यम से धान और गेहूं सहित अन्य उपज की सरकारी खरीद करता है।
इसके लिए विभाग और अन्य एजेंसियों के लगभग 4000 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। किसानों से खरीदी गई धान को यूपी में स्थित 814 धान मिलों को दिया जाएगा।
सरकार इन मिलों से चावल लेकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस के माध्यम से गरीबी की रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे लोगों को वितरित करेगी।
विभाग के अनुसार किसानों ये धान की खरीद 3752 क्रय केंद्रों पर हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की जा रही है।