राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ का पुरस्कार वितरण समारोह में गृहमंत्री ने कहा
हलधर किसान। भारतीय लोकतंत्र विश्व का सबसे सशक्त लोकतंत्र है। युवाओं के लिये विधि-विधायी एवं संसदीय परम्पराओं का ज्ञान जरूरी है। विधि-विधायी, संसदीय कार्य और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। समारोह के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री मोहन यादव, विधायक श्री अशोक रोहाणी, प्रमुख सचिव विधानसभा श्री ए.पी. सिंह, भोज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय तिवारी और अन्य सुधिजन मौजूद रहे। समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये गये।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि युवा पीढ़ी को संसदीय परम्पराओं का ज्ञान होना जरूरी है। यह लोकतंत्र के सशक्तिकरण के लिये भी आवश्यक है। वर्तमान में मोबाइल के उपयोग से सोशल मीडिया की पहुँच हर हाथ तक हो गई है। सामान्य तौर पर मनुष्य को नकारात्मक विचार और अन्य तथ्य सहजता से प्रभावित करते हैं। इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिये जरूरी है कि युवा पीढ़ी को सही तथ्यों और अवधारणाओं की जानकारी सही समय पर उपलब्ध कराई जाये। संसदीय विद्यापीठ द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के माध्यम से लोकतांत्रिक अवधारणाओं को युवाओं के मानस पटल पर अमिट रूप से अंकित करने का अनूठा कार्य किया जा रहा है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने संसदीय विद्यापीठ और विभिन्न विधाओं में पुरस्कृत विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी।
संसदीय विद्यापीठ की संचालक डॉ. प्रतिभा यादव ने बताया कि विद्यालय और महाविद्यालयीन स्तर पर युवा संसद प्रतियोगिता के साथ ही वाद-विवाद और निबंध प्रतियोगिताएँ हुईं। संसदीय विषयों पर प्रश्न-मंच प्रतियोगिता भी हुई। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किये गये।